Poem on Teachers Day
ज्ञान की ज्योती
गुरु का मान बढाते जाना
ऐसा उज्जवल भविष्य बनाना
देख चकित रह जाए संसार
ऐसा उत्तम हो विचार
ज्ञान का कोई मोल नही है
गुरू का कोई तोल नही है
ऐसी हो जीवन की अभिलाषा
भर दे दूजे मन मे आशा
विद्यालय है ज्ञान का मंदिर
जहाँ गुरु मूरत शिष्य पुजारी
वहाँ नमन मे झुक जो जाए शीश
मिल जाए सफलता का आशीष
हाथ से हाथ जोडे रखना
ज्ञान का मशाल उठाए चलना
बुझ न सके जिसकी लौ
ऐसी ज्योत जलाए रखना।
Poem By Archana Snehi
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